प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक में 92 फीसद अभ्यर्थियों ने दिया इम्तिहान
इलाहाबाद:उत्तर प्रदेश की शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी टीईटी 2016 छिटपुट घटनाओं और अफवाहों के बीच शांतिपूर्वक निपट गई। प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक के लिए 92 फीसद अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के कड़े इंतजाम होने से वह लीक तो नहीं हो सका, लेकिन अंबेडकर नगर, इलाहाबाद व मथुरा जिले में तीन अभ्यर्थी कार्बन कॉपी लेकर फरार हो गए। उन सभी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। टीईटी-16 की परीक्षा प्रदेश के सभी जिलों के 858 परीक्षा केंद्रों पर हुई। सुबह की पाली में उच्च प्राथमिक के लिए पांच लाख एक हजार 821 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, वहीं दूसरी पाली में प्राथमिक शिक्षक के लिए दो लाख 54 हजार 68 अभ्यर्थियों को शामिल होना था। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों पालियों में करीब 92 फीसद से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। उनका दावा है कि परीक्षा शांतिपूर्ण माहौल में सकुशल संपन्न हुई। पेपर लीक एवं नकलचियों के साथ सख्ती के कारण कोई अप्रिय घटना नहीं हो सकी है। उन्होंने बताया अंबेडकर नगर जिले के संतकबीर नगर इंटर कालेज में प्रथम पाली की परीक्षा में एक छात्र मूल उत्तर पत्रक व दोनों कार्बन कॉपी लेकर भाग गया है। ऐसे ही इलाहाबाद में प्रथम पाली की परीक्षा में मुन्नी देवी राम बालक गल्र्स हाईस्कूल मुंडेरा से एक अभ्यर्थी और मथुरा के जवाहर विद्यालय इंटर कालेज गोविंद नगर से एक अभ्यर्थी मूल उत्तर पत्रक व दोनों कार्बन कॉपी लेकर फरार हो गया। उन सभी के विरुद्ध थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई है। परीक्षा नियामक कार्यालय की ओर से यह भी कहा गया कि इलाहाबाद में प्रथम पाली की परीक्षा में एक-दो अभ्यर्थियों द्वारा व द्वितीय पाली में कानपुर देहात में ओएमआर उत्तर पत्रक की कार्बन कॉपी ले जाने की सूचना दी गई है। ऐसे ही इलाहाबाद के कटरा जीआइसी में काफी देर से परीक्षा देने पहुंचे युवक को जब प्रवेश देने से मना किया गया तो उसने अर्धनग्न होकर गेट के सामने प्रदर्शन किया। उससे पुलिस बल बुलाना पड़ा।
सोशल साइट्स पर फैला दी पेपर आउट होने की अफवाह : परीक्षा चल ही रही थी कि कुछ शरारती तत्वों ने पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र को वायरल कराकर पेपर लीक होने की अफवाह फैला दी। एक टीवी चैनल ने भी इसे प्रसारित कर दिया, इससे अधिकारी सकते में आ गए। हालांकि बाद में यह खबर झूठी निकली। सचिव ने बताया कि सुबह पाली की परीक्षा शुरू होते ही कुछ शरारती तत्वों ने एक पेपर वायरल किया और दावा किया गया कि वह टीईटी का प्रश्नपत्र है। इसकी छानबीन कराई गई तो आरोप गलत निकला, वायरल हुआ प्रश्नपत्र टीईटी 2015 का था।
मातृ व देव भाषा के प्रश्न कठिन : टीईटी-16 की प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक की परीक्षा में कुल 150-150 सवाल थे। 30-30 प्रश्न अलग-अलग विषयों मनोविज्ञान, गणित, भाषा (अंग्रेजी, उर्दू, संस्कृत में से कोई एक) पर्यावरण अध्ययन, सामान्य अध्ययन के थे। इसमें से हंिदूी एवं संस्कृत के सवाल काफी कठिन थे। वहीं, अन्य विषयों के सवाल स्तरीय थे। मौजूदा देश व प्रदेश के घटनाक्रम से जुड़े सवाल नहीं थे। 1परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के रजिस्ट्रार नवल किशोर ने बताया कि सभी जिलों से उत्तर पुस्तिकाएं तीन दिन में मुख्यालय पहुंचेंगी, तब परीक्षार्थियों की वास्तविक संख्या पता चलेगी। उन्होंने बताया कि 15 दिन में उत्तरकुंजी जारी की जाएगी। इसमें अभ्यर्थियों से ऑनलाइन व ऑफलाइन आपत्तियां ली जाएंगी। टीईटी का परिणाम जनवरी के अंतिम सप्ताह में जारी करने की तैयारी है।सोशल साइट्स पर फैला दी पेपर आउट होने की अफवाह : परीक्षा चल ही रही थी कि कुछ शरारती तत्वों ने पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र को वायरल कराकर पेपर लीक होने की अफवाह फैला दी। एक टीवी चैनल ने भी इसे प्रसारित कर दिया, इससे अधिकारी सकते में आ गए। हालांकि बाद में यह खबर झूठी निकली। सचिव ने बताया कि सुबह पाली की परीक्षा शुरू होते ही कुछ शरारती तत्वों ने एक पेपर वायरल किया और दावा किया गया कि वह टीईटी का प्रश्नपत्र है। इसकी छानबीन कराई गई तो आरोप गलत निकला, वायरल हुआ प्रश्नपत्र टीईटी 2015 का था।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.