प्रशिक्षुओं को मिले मौलिक नियुक्ति पत्र
उन्नाव : प्रदेश में 72,825 शिक्षकों की भर्ती में जिले के प्रशिक्षु शिक्षक प्रशिक्षण करने के बाद मौलिक नियुक्ति प्रमाण पत्र न मिलने से काफी ऊहापोह मे थे। इसके लिए उन्होंने बीएसए आफिस में धरना प्रदर्शन से एनसीईआरटी तक आवाज बुलंद की। महीनों चले ऊहापोह के बाद गुरुवार को इंतजार खत्म हो गया। सर्टिफिकेट मिलते ही प्रशिक्षुओं के चेहरे खुशी से खिल उठे। ये वो खुशी थी जिसे बयां करने के लिए किसी के पास शब्द नहीं थे।
प्रशिक्षु शिक्षकों को काउंसि¨लग से लेकर ज्वाईनिंग तक कदम कदम पर समस्याओं से जूझना पड़ा। हाल ही में प्रशिक्षण की बाधा पार की तो नियुक्ति परीक्षा में शामिल न होने का पेंच फंस गया। जिसके खिलाफ प्रशिक्षु मोर्चा खोलकर सड़क पर उतरे। विभागीय अफसर की खामी होने के चलते इस फरमान पर बीएसए को बैकफुट पर आना पड़ा। हालांकि इसके बाद भी मौलिक नियुक्ति प्रमाण पत्र न मिलने का खतरा सामने आ गया। बीएसए से लेकर एनसीईआरटी तक के अफसर कुछ भी सटीक जानकारी नहीं दे पा रहे थे। जिससे प्रशिक्षुओं में ऊहापोह के हालात बन गए। हो भी क्यों न नौकरी खतरे में जो दिख रही थी। गुरुवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी कौस्तुभ कुमार ¨सह ने प्रशिक्षुओं के प्रमाण पत्र बीआरसी से बंटवाने का निर्देश दिए। जिसकी सूचना होते ही प्रशिक्षुओं का बीएसए आफिस में जमावड़ा हो गया। कुछ शिक्षक नेता बीएसए से तत्काल प्रमाण पत्र वितरित कराने के लिए सक्रिय हो गए। आनन फानन बीएसए ने वहां मौजूद प्रशिक्षुओं को सर्टिफिकेट सौंप महीनों से चले आ रहे संशय को खत्म कर दिया। इस दौरान बीईओ मुख्यालय राजेश ¨सह, उमाकान्त कनौजिया, संजय यादव, रामबाबू, उदय, सत्यदेव ¨सह, राघवेन्द्र ¨सह, योगेन्द्र प्रताप ¨सह, प्रदीप ¨सह मौजूद रहे।
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