वेतन के लिए शिक्षामित्रों को अभी और इंतजार
लखनऊ : पहले चरण में परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित किये गए 58129 शिक्षामित्रों को शिक्षक का वेतन पाने के लिए अभी सवा महीने और इंतजार करना पड़ सकता है। सहायक अध्यापक के पद पर नई नियुक्ति पाने वाले शिक्षामित्रों के शैक्षिक अंकपत्रों व प्रमाणपत्रों के सत्यापन का काम अक्टूबर के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद ही उन्हें अध्यापक का... वेतन मिल सकेगा।1परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाने वाले स्नातक उत्तीर्ण और दूरस्थ शिक्षा विधि से बीटीसी ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके शिक्षामित्रों को सरकार ने सहायक अध्यापक के पद पर पक्की नौकरी देने का फैसला किया है। इसी क्रम में सरकार ने पहले चरण में बीती 31 जुलाई तक 58129 शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित किया था। सरकार ने शिक्षामित्रों को शिक्षक तो बना दिया लेकिन उन्हें बीते डेढ़ महीने से ज्यादा समय से सहायक अध्यापक का वेतन नहीं मिला है। शिक्षामित्रों का कहना है कि उनके दस्तावेजों के सत्यापन में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रुचि नहीं ले रहे हैं। कई जगह तो सत्यापन का काम शुरू भी नहीं हो पाया है और न ही सेवा-पुस्तिका बनाई जा रही है। यह भी शिकायत है कि उन्हें पिछड़े ब्लॉकों के एकल विद्यालयों में तैनाती दी गई है लेकिन खंड शिक्षा अधिकारी उन्हें सहायक अध्यापक का चार्ज दिलाने में आनाकानी कर रहे हैं। इस संबंध में आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन सचिव बेसिक शिक्षा परिषद से अपनी शिकायत दर्ज करा चुका है। 1बेसिक शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चूंकि सहायक अध्यापक के रूप में शिक्षामित्रों को यह नई नियुक्ति है। इसलिए शैक्षिक अंकपत्रों व प्रमाणपत्रों का सत्यापन जरूरी है। शिक्षामित्रों की बड़ी संख्या को देखते हुए इसमें समय लग रहा है। दस्तावेजों का सत्यापन का काम अक्टूबर के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। उधर, आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र शाही का कहना है कि यदि जल्द वेतन न मिलना शुरू हुआ तो शिक्षामित्र इस समस्या के समाधान के लिए बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी से मिलेंगे।
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