1.24 लाख शिक्षामित्रों के लिए उम्मीद की किरण
इलाहाबाद:प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त होने से सड़क पर आ खड़े हुए प्रदेश के 1.24 लाख शिक्षामित्रों के लिए खोई नौकरी पाने का टीईटी-15 एक अवसर हो सकता है। दूरस्थ माध्यम से दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण पूरा कर चुके शिक्षामित्र दो फरवरी 2016 को प्रस्तावित प्राइमरी स्तर की टीईटी पास कर सहायक अध्यापक की नियमित भर्ती में दावेदारी कर सकते हैं।दरअसल हाईकोर्ट ने 12 सितम्बर को बगैर टीईटी पास शिक्षामित्रों के सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त कर दिया था। लेकिन उनके दो वर्षीय बीटीसी ट्रेनिंग के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया था। शिक्षामित्रों के लिए यह राहत भरी खबर थी, क्योंकि इसके बाद उनके प्रशिक्षण को लेकर कोई कानूनी अड़चन नहीं रह गई।
शिक्षक भर्ती में शामिल करने के हैं आदेश: टीईटी पास दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षित शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापकों की नियमित भर्ती में शामिल करने के आदेश कोर्ट दे चुका है। मुजम्मिल हुसैन व दो अन्य शिक्षामित्रों की ओर से दायर याचिका में हाईकोर्ट ने 5 नवम्बर को 15 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती में टीईटी पास शिक्षामित्रों को औपबंधिक रूप से शामिल करने का आदेश दिया है
शिक्षक भर्ती में शामिल करने के हैं आदेश: टीईटी पास दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षित शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापकों की नियमित भर्ती में शामिल करने के आदेश कोर्ट दे चुका है। मुजम्मिल हुसैन व दो अन्य शिक्षामित्रों की ओर से दायर याचिका में हाईकोर्ट ने 5 नवम्बर को 15 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती में टीईटी पास शिक्षामित्रों को औपबंधिक रूप से शामिल करने का आदेश दिया है
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