2700 शिक्षकों की होगी गिरफ्तारी
आगरा : बीएड फर्जीवाड़े में विशेष जांच दल (एसआइटी) अब आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू करने वाला है। अंबेडकर विवि की डिग्री से नौकरी कर रहे 2700 शिक्षकों को गिरफ्तार किया जा सकता है। साथ ही फर्जीवाड़े में 30 कॉलेज संचालक फंस गए हैं। बीएड सत्र 2005 में 30 कॉलेजों में रोल नंबर जेनरेट (बिना पढ़े, मार्कशीट देना) के केस सामने आए हैं। इससे प्रदेश में 2700 शिक्षक नौकरी कर रहे हैं। एसआइटी सूत्रों के मुताबिक, एसआइटी द्वारा 2700 शिक्षकों, 30 कॉलेज संचालकों और एक दर्जन विवि के अधिकारी और कर्मचारियों को आरोपी बनाया गया है। इनकी गिरफ्तारी के लिए शासन स्तर से अनुमति मांगी गई है। वहां से अनुमति मिलने पर बड़े स्तर पर गिरफ्तारी की जाएंगी। इस मामले में विवि ने भी अपना पक्ष रख दिया है। पूर्व सहायक कुलसचिव द्वारा थाना हरीपर्वत में दर्ज कराए गए मुकदमे और फर्जी सत्यापन का ब्योरा एसआइटी को उपलब्ध करा दिया गया है।
ब्योरा नहीं दे रहा विवि : विवि प्रशासन द्वारा एसआइटी को ब्योरा उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। चार्ट की जांच के लिए विवि द्वारा फोइल उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। एसआइटी द्वारा कॉलेज के डाटा से जांच की जा रही है। जेल जाने को हो जाओ तैयार, नहीं पहुंचे कर्मचारी संघ अध्यक्ष : बुधवार को एसआइटी ने विवि के पूर्व कुलसचिव शिव पूजन, सहायक कुलसचिव रामव्रत राम, कर्मचारी संघ अध्यक्ष हरीश कसाना, कर्मचारी महीपाल, रनवीर सिंह और सेवानिवृत्त कर्मचारी देवदत्त शर्मा के बयान दर्ज किए। उनसे फर्जीवाड़े के बारे में पूछताछ की गई। एसआइटी के अधिकारियों ने कह दिया है कि अब जेल जाने के लिए तैयार हो जाएं, जल्द ही गिरफ्तारी होनी है।
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