टीईटी में परखा जाएगा अब बाल मनोविज्ञान
इलाहाबाद । परीक्षा नियामक प्राधिकारी उत्तर प्रदेश की ओर से दो फरवरी को प्रस्तावित उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी)2015 की तैयारी शुरू हो गई है। रजिस्ट्रार परीक्षा नियामक प्राधिकारी नवल किशोर ने बताया कि प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक टीईटी अलग-अलग होगी। प्राथमिक टीईटी में गणित, बाल मनोविज्ञान, हिंदी भाषा, पर्यावरण अध्ययन, अंग्रेजी-संस्कृत-उर्दू और उच्च प्राथमिक टीईटी में पर्यावरण अध्ययन की जगह विज्ञान की परीक्षा होगी।
रजिस्ट्रार परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने बताया कि 2014 की टीईटी में नौ लाख अभ्यर्थी पंजीकृत थे, परीक्षा में 7.50 लाख शामिल हुए थे। 2014 की परीक्षा में प्रदेश भर में 600 से अधिक परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इस बार उम्मीद है कि प्रदेश केप्राथमिक विद्यालयों में काम कर रहे सभी शिक्षामित्र भी टीईटी में शामिल होंगे, ऐसे में उम्मीद है कि 2015 की टीईटी में परीक्षार्थियों की संख्या 10 लाख पार कर जाएगी। इसलिए परीक्षा नियामक की ओर से प्रदेश भर में एक हजार परीक्षा केंद्र बनाए जाने की तैयारी है। प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों में सर्वाधिक परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे।
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