टीईटी अभ्यर्थियों ने सरकार पर उठाए सवाल
इलाहाबाद:टीईटी-11 पास अभ्यर्थियों ने प्रदेश में निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-09 लागू नहीं करने पर सरकार पर सवाल उठाए हैं। रविवार को आजाद पार्क में टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में वक्ताओं ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए एनसीटीई ने अध्यापक पात्रता का प्रारूप तय किया जो कि अपने उद्देश्य को प्राप्त करने में असफल है।हाईकोर्ट ने प्रदेश के सवा लाख स्कूलों
में खाली चल रहे 2.70 लाख शिक्षकों के पद प्रशिक्षित एवं योग्य शिक्षकों से भरने के आदेश दिए थे, जिसका अनुपालन नहीं हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने 3 अक्तूबर 2012 को देशभर में शिक्षकों के रिक्त पदों को छह महीने में भरने के आदेश दिए थे लेकिन आज तक उस आदेश का पालन नहीं हुआ। सरकार योग्य एवं प्रशिक्षित अभ्यर्थियों की अनदेखी करते हुए मनमानी भर्ती कर रही है। बेरोजगारों ने केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री को ज्ञापन फैक्स कर टीईटी-11 पास अभ्यर्थियों के पूर्ण समायोजन की मांग की। बैठक में संजीव मिश्र, जितेन्द्र सिंह सेंगर, राहुल सिंह, सच्चिदानन्द चतुर्वेदी, सुनील यादव व शिशिर जायसवाल आदि मौजूद रहे।
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