टीईटी डिग्री धारकों ने मांगी सीधी भर्ती
महोबा : बीएड व टीईटी डिग्री धारक बेरोजगारों ने शिक्षा मंत्री को भेजे पत्र में उनकी सीधी भर्ती किए जाने की मांग की है। कहा है कि शिक्षा का अधिकार कानून अमल में लाने के लिए उनकी नियुक्तियां किया जाना जरूरी है। संगठन ने शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक का दर्जा दिए जाने का भी मुखर विरोध किया है।
संगठन के अध्यक्ष श्याम सुंदर प्रजापति महामंत्री कृष्ण कांत अग्रवाल राहुल गोठनकर आदि के हस्ताक्षरों से भेज गए ज्ञापन में कहा गया है कि टीईटी परीक्षा कराने के समय सरकार ने 3,89000 सहायक अध्यापकों के पदों के सृजन की घोषणा की थी। इसके सापेक्ष अब तक मात्र 72825 भर्तियां हो सकीं है। न जाने क्या कारण है कि सरकार शेष पदों की भर्ती का विज्ञापन नहीं दे रही। मांग की गई है कि सरकार शिक्षामित्रों का मानदेय भले ही बढ़ा दे पर उन्हे सहायक अध्यापक का दर्जा दिया जाना शिक्षा का अधिकार कानून के साथ ही सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना है। कला वर्ग के टीईटी धारकों की डिग्री की पांच साल की सीमा समाप्त होने का समय नजदीक होने का हवाला दे कहा गया है कि जल्द नियुक्तियां न हुई तो उनकी डिग्री का कोई मतलब न रह जाएगा। मांग की है कि जब तक भाषा व अंग्रजी शिक्षकों की नियुक्ति न हो जाएं टीईटी की अगली परीक्षा कराने का कोई औचित्य नहीं है। संगठन ने शिक्षामंत्री को संबोधित 12 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है। इस दौरान विपिन घनघोरिया, देवेंद्र मोहन चंसौरिया, आशीष अखिलेश, रमाकांत, आकाश, कृष्ण कुमार रोहित संजय सहित भारी संख्या में टीईटी डिग्री धारक युवा मौजूद रहे
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.