बोर्ड की नाकामी से फंसी 1872 शिक्षकों की भर्ती
इलाहाबाद :उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की नाकामी से 1872 शिक्षकों की नियुक्ति दो साल से फंसी हुई है। टीजीटी-पीजीटी 2011 की परीक्षा पर हाईकोर्ट ने 19 अगस्त 2013 को रोक लगाई थी। लेकिन चयन बोर्ड द्वारा मामले में प्रभावी पैरवी नहीं करने के कारण नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हो पा रही।प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) के 1479 और प्रवक्ता (पीजीटी) के 393 पदों का सत्यापन कराए बगैए नियम विरुद्ध भर्ती किए जाने के खिलाफ एक अभ्यर्थी दीप्ति मिश्र की ओर से दायर याचिका में एडेड कॉलेज के इन पदों का सत्यापन नहीं कराए जाने पर आपत्ति जताई गई थी।याचिका में परीक्षा के लिए तीन आंसर-शीट का उपयोग नहीं किए जाने का मुद्दा भी उठाया गया था। तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. आरपी वर्मा द्वारा नियम-विरुद्ध भर्ती शुरू करने को गंभीरता से लेते हुए हाईकोर्ट ने भर्ती पर रोक लगा दी थी।दो साल के अंदर तीन अध्यक्ष बदल गए लेकिन चयन बोर्ड भर्ती पर उठे सवालों का जवाब हाईकोर्ट को नहीं दे सका। इसका नतीजा है कि नियुक्ति शुरू नहीं हो पा रही। कोर्ट में मामला लंबित होने के कारण इस मसले पर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं।
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