पांच और प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति हुई निरस्त
प्रतापगढ़ : जिले में पांच और प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति निरस्त कर दी गई है। विभाग ने इन सभी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की भी तैयारी कर ली है। जल्द ही यह कवायद भी पूरी कर ली जाएगी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) द्वारा उपलब्ध कराए गए आवेदन पत्रों की सूची व टीईटी के परिणाम से मिलान करने के बाद पांच और शिक्षकों के अंक फर्जी मिले हैं। ऐसे शिक्षकों की नियुक्ति को निरस्त कर उनके खिलाफ एफआइआर के निर्देश दिए गए हैं। इसके पहले भी फर्जी अंकपत्र के मामले सामने आ चुके हैं और पांच प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति निरस्त की जा चुकी है। बता दें कि बीटीसी 2011 के प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा की शिकायत टीईटी संघर्ष मोर्चा ने जिलाधिकारी से की थी। इस पर बीएसए ने तीन सदस्यीय समिति गठित कर मामले की जांच कराई। टीईटी की मेरिट व डायट की सूची से मिलान करने पर 27 प्रशिक्षुओं के अंक फर्जी मिले थे। डायट ने दो हजार प्रशिक्षुओं के आवेदन पत्र की फोटो कापी बीएसए को उपलब्ध कराई थी। परीक्षण के उपरांत बीएसए ने प्रथम चक्र में पांच प्रशिक्षुओं की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा पाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की थी। दूसरे चक्र में भी पांच प्रशिक्षुओं की नियुक्ति निरस्त करते हुए उन्होंने संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को एफआइआर कराने का निर्देश दिया है। प्राथमिक विद्यालय पूरे बूधेपुर में तैनात महेश कुमार पुत्र सरजू प्रसाद निवासी सराय आतन नौगीर मऊआइमा, इलाहाबाद, प्राथमिक विद्यालय मिश्रइन पुर लालगंज के पन्नालाल पुत्र राम समुझ सरोज निवासी रायतारा लालगंज, प्राथमिक विद्यालय सराय मेदीराय मांधाता की ऊषा पटेल पुत्री राम अंजोर निवासी पनियारी बलिकरनगंज मांधाता, सदर के प्राथमिक विद्यालय मङिालहा में तैनात सुबोध कुमार पुत्र लाल सिंह निवासी विवेक नगर प्रतापगढ़ तथा प्राथमिक विद्यालय राजा की सराय कुंडा में तैनात सुनील शुक्ल पुत्र खेमचंद्र शुक्ल निवासी राजा की सराय बेधन गोपालपुर के खिलाफ दूसरे चरण में कार्रवाई की गई है। बीएसए एसटी हुसैन ने बताया कि जिन लोगों ने टीईटी के फर्जी अंकपत्र के आधार पर नियुक्ति हासिल की है उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
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