अब डीएम करेंगे जिले के अंदर शिक्षकों के तबादले
इलाहाबाद : अंतर जिला तबादले के बाद शिक्षकों का जिले के अंदर स्थानांतरण/समायोजन करने का आदेश भी जारी हो गया है। स्थानांतरण समिति में शासन ने संशोधन किया है अब जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बनी समिति संबंधित जिले के अंदर तबादले कर सकेगी। समिति के उपाध्यक्ष उस जिले के मुख्य विकास अधिकारी एवं सदस्य सचिव वहां के बेसिक शिक्षा अधिकारी होंगे। बड़ी संख्या में एकल एवं बंद विद्यालयों को संचालित करना समिति की पहली प्राथमिकता होगी। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का जिले के अंदर स्थानांतरण/समायोजन का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। बेसिक शिक्षा सचिव अजय कुमार सिंह ने इस बार स्थानांतरण/समायोजन करने की समिति में संशोधन कर दिया है। हर जिले में डीएम की अगुवाई में समिति गठित करने का आदेश जारी हुआ है।इसके साथ एक प्रपत्र जारी किया गया है जिस पर बीएसए सूचना अंकित करके समिति के समक्ष स्थानांतरण प्रस्ताव प्रस्तुत करेंगे और समिति इस संबंध में निर्णय लेगी। प्रपत्र में जहां से जहां के लिए जाना है वहां शिक्षक के नाम से लेकर, विद्यालय, ब्लाक, छात्र संख्या, कार्यरत शिक्षक एवं तबादले का औचित्य तक लिखा जाएगा। सचिव ने निर्देश दिया है कि स्थानांतरण/समायोजन नियमों के तहत ही होने चाहिए।
एडी बेसिक की समिति हाशिए पर : परिषदीय शिक्षकों का जिले के अंदर फेरबदल करने का अधिकार अब तक मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक (एडी बेसिक) के पास रहा है। 13 मई 2013 को बेसिक शिक्षा परिषद के प्रस्ताव पर शासन ने एडी बेसिक की अध्यक्षता में समिति बनाई थी। इसमें संबंधित जिले का बेसिक शिक्षा अधिकारी सदस्य सचिव एवं जिला विद्यालय निरीक्षक/उनके द्वारा नामित सदस्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य की ओर से नामित अधिकारी सदस्य बनाए गए थे, लेकिन यह समिति कारगर नहीं रही। 1परिषद मुख्यालय भी हुआ दरकिनार : मई, जून में जिले के अंदर बड़ी संख्या में तबादले किए गए थे। उसमें बीएसए के प्रस्ताव पर बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव से अनुमोदन लिया गया। उसी के आधार पर शिक्षकों को इधर से उधर किया गया। इस बार भी जिले के अंदर तबादलों में किसको अधिकार दिया जाए। इस पर काफी दिनों तक मंथन चला।
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