टीईटी खत्म कर शिक्षकों की बहाली खुली प्रतियोगिता से हो: लालू
पटना: लालू प्रसाद ने कहा कि टीईटी को समाप्त कर शिक्षकों की बहाली खुली प्रतियोगिता से होनी चाहिए। इसी के साथ लेक्चरर की बहाली भी स्थानीयता का ध्यान में रखते हुए कॉलेज सेवा आयोग को बहाल कर की जानी चाहिए। कुलपतियों की बहाली में भी आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए। उन्होंने इन सभी के लिए सरकार से बात की है।
प्रसाद बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर लौटने के बाद रविवार को अपने आवास पर प्रेस से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्राथमिक से लेकर माध्यमिक तक के सभी शिक्षकों की बहाली खुली प्रतियोगिता के आधार पर होनी चाहिए। टीईटी से यह बहाली पूरी होने वाली नहीं है। यह अंतहीन सिलसिला है। एक बार रिक्तियों का पता लगाकर बहाली कर इसे खत्म करना चाहिए।
प्रसाद बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर लौटने के बाद रविवार को अपने आवास पर प्रेस से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्राथमिक से लेकर माध्यमिक तक के सभी शिक्षकों की बहाली खुली प्रतियोगिता के आधार पर होनी चाहिए। टीईटी से यह बहाली पूरी होने वाली नहीं है। यह अंतहीन सिलसिला है। एक बार रिक्तियों का पता लगाकर बहाली कर इसे खत्म करना चाहिए।
ट्रेंड हों या अनट्रेंड सबकी बहाली एक खुली प्रतियोगिता से हो। बाद में जो अनट्रेंड बहाल हुए उन्हें ट्रेनिंग दी जाए। उन्होंने शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी से इसके लिए बात की है। उन्होंने कहा की लेक्चरर बहाली के लिए कॉलेज सेवा आयोग को फिर से बहाल करना चाहिए। हमने ऐसा किया था। इसमें स्थानीयता पर भी सरकार को ध्यान रखना चाहिए। लोक सेवा आयोग के लिए यह सब काम कठिन है। कुलपतियों की नियुक्ति में आरक्षण का प्रावधान होने से सभी वर्ग को समान अवसर मिलेगा।
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