फर्जी टीईटी सर्टिफिकेट से बन बैठे शिक्षक
लखनऊ : जूनियर हाईस्कूल में गणित विज्ञान के शिक्षकों की भर्ती में फर्जी टीईटी सर्टिफिकेट के सहारे नियुक्ति पाने का मामला पकड़ में आया है। स्थिति यह रही कि नियुक्ति के बाद शिक्षक का वेतन जारी करने के निर्देश भी दे दिए गए। जांच में मामला पकड़ा गया तो बीएसए के निर्देश पर वेतन रोक जांच कराने के निर्देश दिए गए।
बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि जूनियर हाई स्कूल में गणित विज्ञान के शिक्षकों के प्रपत्रों की जांच शासन स्तर पर कराई गई थी। इसमें टीईटी प्रमाण-पत्रों की वैधता नहीं जांची गई थी। शासन के निर्देशों के तहत राजधानी में नियुक्त शिक्षकों के वेतन जारी करने के निर्देश दिए गए थे। साथ ही लेखा विभाग से प्रपत्रों की एक बार फिर से जांच को कहा गया था। जांच में मवईकला महिलाबाद में तैनात सुशील कुमार तिवारी के टीईटी प्रमाण-पत्र में भिन्नता पाई गई। लेखाधिकारी के मुताबिक सुशील कुमार तिवारी ने जो टीईटी प्रमाण-पत्र लगाया है, माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर लोड प्रमाण-पत्र से पूरी तरह से भिन्न है। लेखा कार्यालय के मुताबिक इसमें शिक्षक का नाम व अंक में काफी भिन्नता है।
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