नियमित नहीं होंगे व्यावसायिक शिक्षक
लखनऊ : इंटर कॉलेजों के व्यावसायिक शिक्षकों को नियमित करने का प्रस्ताव सरकार ने खारिज कर दिया है। इस बारे में तर्क दिया गया है कि इन शिक्षकों की नियुक्ति नियमावली के तहत नहीं हुई है। इन्हें सरकार ने नियुक्त भी नहीं किया। प्रबंधतंत्रों ने इनकी नियुक्ति की है। इससे नियमित होने की उम्मीद लगाए प्रदेश के करीब 2400 व्यावसायिक शिक्षकों को बड़ा झटका लगा है।
प्रदेश में व्यावसायिक शिक्षा की शुरुआत 1989 में हुई थी। उस समय प्रबंधतंत्रों ने पार्ट टाइम टीचर के तौर पर इन्हें 50 रुपये प्रति पीरियड मानदेय पर रखा था। वर्षों से व्यावसायिक शिक्षा इनके भरोसे ही चलती रही पिछली सपा सरकार में ही इनका मानदेय 10,000 रुपये प्रतिमाह किया गया। अब केंद्र की नई व्यावसायिक शिक्षा नीति के तहत कई नए विषय इंटर कॉलेजों में पढ़ाए जाने की बात हो रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए व्यावसायिक शिक्षकों ने शिक्षा मित्रों और विषय विशेषज्ञों की तरह समायोजन की मांग शुरू कर दी। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इनका प्रस्ताव भी तैयार किया और शासन को भेजा।
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