यूपी बोर्ड से पढ़ने वाले अभ्यर्थी एलटी ग्रेड भर्ती से बाहर
इलाहाबाद। प्रदेश सरकार की ओर से जीआईसी-जीजीआईसी के लिए चल रही सहायक अध्यापक (एलटी ग्रेड) की भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। मेरिट से हो रही एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में दूसरे राज्यों कम चर्चित बोर्डों से दसवीं और बारहवीं पास करने वाले अभ्यर्थी तो चयनित हो गए परंतु यूपी बोर्ड से परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी चयन से लगभग बाहर हो गए हैं। ऐसे में दूसरी काउंसलिंग के दौरान संयुक्त शिक्षा निदेशक की ओर से ऐसे चयनित अभ्यर्थियों को औपबंधिक घोषित कर दिया गया है।
प्रदेश के सभी शिक्षा मंडलों में संयुक्त शिक्षा निदेशकों की ओर से चल रही एलटी ग्रेड भर्ती में 70 फीसदी से अधिक चयनित अभ्यर्थी दूसरे राज्यों से बोर्ड परीक्षा पास करने वाले हैं। प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया पिछले वर्ष से ही चल रही है। मेरिट से चयन के कारण प्रदेश भर में भर्ती को लेकर सवाल खड़ा हो गया है। शिक्षक भर्ती में इलाहाबाद विश्वविद्यालय, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय सहित किसी भी बडे़ विवि से स्नातक एवं परास्नातक करने वाले अभ्यर्थी चयनित नहीं हो सके हैं।
संयुक्त शिक्षा निदेशकों की ओर से पहली बार मेरिट तैयार करने पर बड़े पैमाने पर अनियमितता की शिकायत सामने आने पर सरकार ने जारी मेरिट रद्द करके दुबारा मेरिट तैयार करवाकर काउंसलिंग करवाई, परंतु इस बार भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पकड़ में आई। संयुक्त शिक्षा निदेशक की ओर से कराई गई काउंसलिंग और आवेदन के साथ लगाए गए अंकपत्र अलग-अलग कॉलेज व विवि से जारी पाए गए हैं।
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