रिवर्ट किया तो पूरे प्रदेश में करेंगे आंदोलन
लखनऊ। सूबे में 50 हजार शिक्षकों को रिवर्ट किए जाने की प्रक्रिया शुरू होने की जानकारी मिलने पर भारी संख्या में शिक्षक बेसिक शिक्षा निदेशालय पहुंचे। उन्होंने बेसिक शिक्षा निदेशक से मुलाकात के दौरान पक्ष रखा कि ज्यादातर दलित शिक्षकों को पदोन्नतियां अधिनियम-1994 के तहत लाभ दिया गया है, इसलिए उन्हें पदावनत नहीं किया जाए। बेसिक शिक्षा निदेशक ने उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश वर्मा की
अगुवाई में शिक्षक निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षक निदेशालय पहुंचे। निदेशक दिनेश बाबू शर्मा को उन्होंने बताया कि 90 प्रतिशत पदोन्नतियां अधिनियम 1994 की धारा-3(2) के तहत की गई हैं। पदोन्नति पाने वाले दलित शिक्षक या तो प्राथमिक स्कूलों में प्रधानाध्यापक हैं या फिर जूनियर में सहायक अध्यापक के पद पर काम कर रहे हैं। उनके साथ नौकरी में आए सामान्य वर्ग के शिक्षक भी उसी पद पर काम कर रहे हैं। इसलिए दलित शिक्षकों को पदावनति की सूची में डालना उचित नहीं। आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश वर्मा की
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