जनपद में 292 जूनियर शिक्षकों की भर्ती के बाद अब उनका वेतन फंस गया है। प्रमाणपत्र वेरिफिकेशन के नाम पर शिक्षकों को वेतन जारी नहीं किया जा रहा है।जबकि इनमें कई ऐसे शिक्षक भी हैं जो कि पूर्व में प्राइमरी स्कूलों में कार्यरत थे और उनके प्रमाणपत्रों की पूर्व में जांच हो चुकी है। इससे उनके समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।बेसिक के जूनियर हाईस्कूलों में गणित और विज्ञान शिक्षकों के लिए प्रदेश भर में 29 हजार शिक्षकों की भर्ती की गई थी। इनमें से जनपद में 292 गणित और विज्ञान शिक्षकों ने 21 सितंबर को नियुक्ति पत्र दिया गया था।इसके बाद से शिक्षकों को वेतन जारी नहीं किया गया है।
वेतन जारी न किए जाने का कारण प्रमाण पत्र वेरिफिकेशन न होना बताया जा रहा है।जबकि इन शिक्षकों में करीब 30 शिक्षक ऐसे भी हैं जो कि पूर्व में बेसिक के ही प्राइमरी विद्यालयों में कार्यरत थे और विभाग द्वारा वेतन भी प्राप्त कर रहे थे।हालांकि प्राइमरी से जूनियर हाईस्कूल में तैनाती पाए शिक्षकों को टीईटी प्रमाणपत्र सत्यापन के आधार पर वेतन जारी किए जाने के बीएसए एके सिंह ने आदेश जारी किए थे लेकिन फिर भी अभी तक इसमें भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।अभी तक सत्यापन की फाइलें भी जमा नहीं
जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिले हुए करीब दो माह बीत चुके हैं। इसके बाद भी शिक्षकों की सत्यापन की फाइलें ही अभी कार्यालय में जमा नहीं कराई गई हैं।
आनलाइन भी हो सकता है सत्यापन
जूनियर हाईस्कूल में तैनाती पाए शिक्षकों में ऐसे भी हैं जो कि वर्ष 2011 में टीईटी उत्तीर्ण कर चुके हैं। वर्ष 2011 टीईटी का पूर्ण परीक्षा परिणाम आनलाइन उपलब्ध है। यदि खंड शिक्षा अधिकारी चाहें तो इनके सत्यापन शीघ्र हो सकते हैं और इन्हें वेतन जारी किया जा सकता है।
जूनियर हाईस्कूल में तैनाती पाए विज्ञान, गणित शिक्षकों के वेतन जारी किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। सत्यापन का कार्य भी शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा।
-अशोक कुमार सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
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