विवादों की जड़ है प्रिंसिपल भर्ती
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में सबसे बड़े विवाद की जड़ 925 प्रिंसिपलों की भर्ती है। इस भर्ती को लेकर कई बार विवाद उठे। घोटालों के आरोप लगे और इसमें ही दो अध्यक्षों और अन्य पदाधिकारियों को पद से हाथ धोना पड़ा। इसको लेकर बोर्ड की अंदरूनी कलह भी लगातार सामने आती रही है। नया विवाद की जड़ में भी प्रिंसिपल भर्ती है।
2011 से फंसी है भर्ती
चयन बोर्ड ने 2011 में प्रिंसिपल भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था। उस समय बोर्ड का कोरम पूरा न होने के कारण मामला कोर्ट में पहुंचा और भर्तियां रुक गईं। कोरम पूरा होने पर बोर्ड ने इन भर्तियों की प्रक्रिया 2013 में फिर शुरू कर दी। बोर्ड ने पुराने आवेदनों के साथ कुछ नए आवेदन भी मांग लिए। इसको लेकर काफी विवाद हुआ। उस समय के अध्यक्ष डॉ़ आशाराम पर बोर्ड के ही अन्य पदाधिकारियों ने घपलों के आरोप लगाए। शासन स्तर से जांच हुई और इंटरव्यू रोकने के आदेश दिए गए। फिर भी इंटरव्यू जारी रहे। इस पर बोर्ड ने अध्यक्ष समेत कई पदाधिकारियों को हटा दिया।
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