बीटीसी में 2000 से ज्यादा सीटें खालीं
लखनऊ :बीटीसी 2013 में कई चक्रों की प्रवेश प्रक्रिया के बाद भी दो हजार से ज्यादा सीटें खाली हैं। इन सीटों पर जल्द ही फिर से प्रवेश दिए जाएंगे। अभी लगभग 5 हजार अभ्यर्थी ऐसे हैं जिन्होंने काउंसलिंग करवाई है लेकिन उन्हें प्रवेश नहीं मिले हैं। बीटीसी 2013 में बची हुई 11 हजार सीटों पर मार्च में प्रवेश खोले गए थे लेकिन इसके बाद भी 2 हजार से ज्यादा सीटें खाली रह गई हैं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी की योजना है कि सारे जिलों का ब्योरा आने के बाद एक चक्र और प्रवेश दिए जाएंगे ताकि सारी सीटें भर जाएं। अभी लगभग आधा दर्जन जिलों ने खाली सीटों का ब्योरा नहीं भेजा है। हालांकि, बीटीसी 2014 के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू होना तो दूर अभी तक तय भी नहीं हो पाया है कि प्रक्रिया क्या होगी? राज्य स्तरीय प्रवेश प्रक्रिया का अनुभव विभाग के लिए काफी खराब रहा। बीटीसी 2013 में पहली बार अभ्यर्थी को अपने मूल जिले से बाहर भी प्रवेश दिए जाने की छूट दी गई और प्रवेश प्रक्रिया को राज्य स्तरीय कर दिया गया। ये प्रक्रिया इतनी जटिल रही कि जुलाई 2013 से अब तक ये प्रवेश चल ही रहे हैं। बीटीसी 2014 के सत्र से योजना थी कि निजी व सरकारी कॉलेज अपने स्तर से ही प्रवेश दे सकेंगे लेकिन इस प्रस्ताव को लेकर राज्य सरकार में सहमति नहीं बन पाई है। इस वजह से मामला लटक गया। यही नहीं इससे कई छात्र भी प्रवेश नहीं ले पए।सूत्रों के मुताबिक, विभाग से कोई अन्य प्रस्ताव नहीं मांगा गया है। लिहाजा, अब सरकार ही इसकी प्रवेश प्रक्रिया तय करेगी। इससे साफ है कि यदि बीटीसी 2013 के प्रवेश अप्रैल में पूरे हो भी गए तो भी बीटीसी 2014 में प्रवेश फिलहाल शुरू नहीं हो सकेंगे।
बीटीसी अभ्यर्थियों ने दी आत्मदाह की चेतावनी
इलाहाबाद : सरकार की उपेक्षा से आहत विशिष्ट बीटीसी 2007-08, बीटीसी 2011 में प्रशिक्षण प्राप्त व टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने रविवार को सभा की। आजाद पार्क में आयोजित सभा में सबने एक सुर में सरकार की कार्यप्रणाली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल समायोजन की मांग की। ऐसा न होने पर प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ने के साथ आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। विशिष्ट बीटीसी के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सरकार एक ओर शिक्षामित्रों का समायोजन कर रही है, वहीं दूसरी ओर प्रशिक्षित युवाओं की अनदेखी हो रही है। संजीव कुमार ने कहा कि समायोजन को लेकर जल्द कार्रवाई न हुई तो अभ्यर्थी आत्मदाह को बाध्य होंगे। सभा में देवेंद्र सिंह, अरविंद, रमेश सोनकर, नितेन, साहबलाल, नरेंद्र, दिनेश राकेश, संध्या पांडेय, निहारिका, शोबिया, महिमा, पूनम, रेखा गुप्ता आदि मौजूद रहीं।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.