शिक्षामित्रों की काउंसलिंग शुरू
लखनऊ । प्रदेश में द्वितीय बैच के दूरस्थ बीटीसी के प्रशिक्षण ले चुके 91 हजार शिक्षामित्रों के सहायक अध्यापक पदों पर समायोजन व नियुक्ति के लिए काउंसलिंग बुधवार से शुरू हो गयी है। इसके बाद भी लखनऊ सहित कई सरप्लस पदों वाले जिलों में शिक्षामित्रों के समायोजन को लेकर उहापोह है। इन जिलों के प्राथमिक विद्यालयों में तैनात सहायक अध्यापकों की प्रोन्नति के बाद रिक्त सीटों पर समायोजन किया जा सकेगा।शिक्षामित्रों के सहायक अध्यापक पदों पर समायोजन के लिए अधिकांश जिलों ने पदों को विज्ञापित कर दिया है और काउंसलिंग कार्यक्रम भी घोषित कर दिया है। शिक्षामित्रों की काउंसलिंग जन्मतिथि के आधार पर की जा रही है। लखनऊ सहित करीब दो दर्जन जिलों में प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के पद अभी खाली नही हैं जबकि कुछ जिलों में शिक्षामित्रों के सहायक अध्यापकों के पद पर समायोजन के बाद भी पद रिक्त रह जाएंगे। शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए पदों को खाली कराना है और इसके लिए चार वर्ष पुराने सहायक अध्यापकों को प्रोन्नति देने के लिए सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने पहले ही निर्देश जारी कर दिया था। अब ज्यादातर जिलों में काउंसलिंग शुरू हो गयी है। इसे 25 अप्रैल तक पूरा करना है, इसके बाद पांच दिनों के भीतर नियुक्ति पत्र जारी कर ज्वाइनिंग करानी है। महोबा के चरखारी में विधानसभा उप चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद आचार संहिता खत्म हो चुकी है और वहां भी अब काउंसलिंग की प्रक्रिया जल्द शुरू करा दी जाएगी। सूत्रों का कहना है कि शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के पदों पर समायोजित करने के लिए कई जिलों ने शासन से दिशा-निर्देश मांगे हैं, ताकि पदों के रिक्त होने की प्रत्याशा में उनके सापेक्ष नियुक्तियां की जा सके।
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