नये साल में शिक्षकों की कमी से नहीं जूझेंगे स्कूल
लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय स्कूलों को वर्ष 2015 में शिक्षकों की कमी से नहीं जूझना पड़ेगा। उम्मीद है कि बेसिक शिक्षा विभाग नया शैक्षिक सत्र के शुरू होने के पहले ही शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी कर लेगा। बहु प्रतीक्षित प्रशिक्षु शिक्षकों के 72825 पदों को भरने की प्रक्रिया भी जल्द पूरी हो जाएगी। इसके साथ ही 70 हजार से ज्यादा शिक्षामित्रों को भी सहायक अध्यापक के पदों पर समायोजित कर लिया जाएगा। इसके अलावा उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान, गणित व अंग्रेजी के 29290 शिक्षकों की भर्ती भी 31 मार्च के अंत तक पूरी कर ली जाएगी और 15 हजार से ज्यादा बीटीसी व विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भी तब तक पूरी हो जाएगी। इस भर्ती के लिए ऑन लाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और मार्च तक अर्जी के लिए मोहलत है और फिर टीईटी की मेरिट से जिलों में चयन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसमें नियोक्ता जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ही रखा गया है। इन शिक्षकों के अलावा 15 हजार अनुदेशकों की भी उच्च प्राथमिक स्कूलों में भर्ती होनी है। इसमें 100 से ज्यादा छात्र संख्या वाले स्कूलों में 11 महीने के लिए अंशकालिक शिक्षक भर्ती किये जाएंगे। सूत्रों का कहना है कि 2017 तक बड़ी संख्या में शिक्षक रिटायर होने वाले हैं। हर वर्ष औसतन सात हजार शिक्षक रिटायर हो रहे हैं। कई वर्ष से प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती न होने से करीब तीन लाख से ज्यादा पद खाली हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद शिक्षकों की जरूरत और बढ़ गयी है। सूबे की राजधानी सहित हरदोई, सीतापुर, रायबरेली, बहराइच, गोण्डा, श्रावस्ती, लखीमपुर-खीरी, आजमगढ़, पूर्वी यूपी के कई जिलों, नक्सल प्रभावित सोनभद्र, राबर्टसगंज सहित अन्य जिलों में अभी भी विद्यालय एकल शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं और उन शिक्षकों के रिटायर होने की स्थिति में विद्यालय बंद हो जा रहे हैं। नये शैक्षिक सत्र की शुरुआत पहली अप्रैल से होनी है, ऐसे में प्रदेश सरकार की पूरी कोशिश विद्यालयों को बंद होने व एक शिक्षक रहने से रोका जा सके। प्रशिक्षु शिक्षकों से लेकर अंशकालिक अनुदेशकों की भर्ती पूरी होने के बाद करीब दो लाख शिक्षक प्रदेश को मिल जाएंगे
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