सीडी के अभाव में हजारों अभ्यर्थी काउंसिलिंग में नहीं हो पाएंगे शामिल
इलाहाबाद : नौकरी पाने के मुहाने पर आकर हजारों युवाओं के सामने अभी बेरोजगार बने रहने का खतरा मंडरा रहा है। लंबी प्रक्रिया के बावजूद टीईटी पास अभ्यर्थियों को अंक पत्र नहीं मिल पा रहा है। दर्जनों युवा माध्यमिक शिक्षा परिषद के अफसरों की चौखट पर दर्द बयां कर रहे हैं तो कुछ गुस्सा भी जता रहे हैं। ऐसे में फिर टीईटी की सीडी पाने का रास्ता खोजा जा रहा है। शासन शिक्षा विभाग के सारे बड़े अफसरों के साथ बैठकर सीडी पाने का जतन करने जा रहा है।
प्रदेश में पहली बार शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011 (टीईटी) में हुई थी और इसे माध्यमिक शिक्षा परिषद ने कराया था। परीक्षा के बाद अंक पत्र भी बांटे गए थे, लेकिन तमाम ऐसे अभ्यर्थी हैं, जो उस समय अंक पत्र हासिल नहीं कर पाए थे या फिर उनके अंक पत्र में गड़बड़ियां थी उसे दुरुस्त कराना चाहते हैं। परीक्षा के बाद कानपुर देहात पुलिस ने इस प्रकरण में बड़ा रैकेट पकड़ा था और अंक पत्र की सीडी आदि जब्त कर ली थी। सारे रिकार्ड जब्त होने से माध्यमिक शिक्षा परिषद के हाथ खाली हैं। कई मामले हाईकोर्ट तक पहुंचे हैं।
प्राथमिक स्कूलों में 72 हजार शिक्षकों की भर्ती काउंसिलिंग शुरू होने से पहले शासन ने इस संबंध में आला अफसरों की बैठक की थी, लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकला था। यह जरूर है कि परिषद की पूर्व सचिव ने एक सीडी विभाग को सौंपी थी, लेकिन कहा था कि यह अधिकृत नहीं है इससे सारी कवायद टांय-टांय फिस्स हो गई। इधर, काउंसिलिंग की तारीखों के एलान के बाद से अभ्यर्थियों ने परिषद पर दबाव बनाना शुरू किया है। इससे विभाग दबाव में है और शासन में पक्ष रखा है कि अंक पत्र मामले का निपटारा किया जाए।
" टीईटी 2011 के अंक पत्र की सीडी पाने के लिए परिषद प्रयासरत है। यहां से शासन को प्रस्ताव भेजा गया है कि वहां पर जल्द बैठक कराकर निर्णय लिया जाए। इस संबंध में कोई न कोई हल जल्द निकलना चाहिए "
-रामकेतार पाल, अपर सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद
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