ढाई लाख शिक्षकों को मिलेगा मानदेय का फायदा
वित्तविहीन स्कूलों के शिक्षकों को मानदेय देने की खबर से लगभग 2.40 लाख शिक्षकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। हालांकि उनके बैंक खातों में मानदेय पहुंचने में अभी समय लगेगा क्योंकि इसके मानक तय होने बाकी है। 2016-17 के बजट में वित्तविहीन स्कूलों के शिक्षकों को मानदेय दिए जाने की व्यवस्था की गई है। मानदेय के लिए बजट में 200 करोड़ की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त 18,167
स्कूल हैं जिसमें 2,40,433 अध्यापक पढ़ा रहे हैं। अब माध्यमिक शिक्षा विभाग इसके विस्तृत नियम व मानक बनाएगा कि किन स्कूलों के शिक्षकों को मानदेय दिया जाएगा, मानदेय कितना होगा, प्रति स्कूल कितने शिक्षकों को मानदेय दिया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त स्कूलों में भी कई श्रेणियां हैं मसलन कहीं कक्षा 10 तक मान्यता है तो कहीं कक्षा 12 तक, कहीं कुछेक विषयों की मान्यता है तो कहीं सारे विषयों व संकायों की। लिहाजा विस्तृत दिशा निर्देश जारी होने के बाद ही मानदेय का मसला तय होगा।शिक्षकों में खुशी की लहर
सरकार ने मानदेय का बजट जारी कर शिक्षकों के हित में निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं। लेकिन 10 हजार प्रति अध्यापक से कम मानदेय स्वीकार्य नहीं होगा।
उमेश द्विवेदी, एमएलसी व प्रदेश अध्यक्ष,माध्यमिक शिक्षक वित्तविहीन महासभा
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