91,104 शिक्षा मित्रों को शिक्षक पद पर तैनाती का खाका तैयार
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद ने दूसरे चरण के 91,104 शिक्षा मित्रों के समायोजन का खाका तैयार कर लिया है। परिषद को जिलेवार प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षा मित्रों व पदों का ब्यौरा मिल गया है। इसके मुताबिक करीब 11 जिले अभी तक ऐसे मिले हैं, जहां कई शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनने के लिए दूसरे जिलों में भेजा जाएगा। गैर जिलों में जाने वाले शिक्षा मित्रों की संख्या घट-बढ़ भी सकती है। पूरी तस्वीर प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापकों को पदोन्नति देने के बाद साफ होगी।
बेसिक शिक्षा परिषद ने दूसरे चरण में शिक्षा मित्रों के समायोजन का कार्यक्रम शासन को भेज दिया है। इसके मुताबिक 15 अप्रैल से समायोजन की प्रक्रिया शुरू करने, 27 अप्रैल से 15 मई तक प्रमाण पत्रों का मिलान, 20 जून तक पात्रों की सूची का अनुमोदन व 25 जून तक सहायक अध्यापक के पद पर जॉइन कराने का कार्यक्रम है। शिक्षा मित्र चाहते हैं कि अप्रैल में प्रक्रिया शुरू कर मई तक सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित कर दिया जाए।
समायोजन में सबसे बड़ी बाधा जिलों में खाली पदों को लेकर है। बेसिक शिक्षा परिषद को मिली सूचना के मुताबिक 11 जिले ऐसे हैं, जहां खाली पदों से अधिक शिक्षा मित्र हो रहे हैं। इसलिए महिला, निशक्त व टॉप मेरिट वाले शिक्षा मित्रों को उसी जिले में समायोजित करने का विचार है। इसके बाद बचे शिक्षा मित्रों को दूसरे जिले में विकल्प के आधार पर सहायक अध्यापक बनाया जाएगा। जैसे ही जिलों में पद खाली होंगे शिक्षा मित्रों को उनके मूल जिलों में भेजा जाएगा।
बेसिक शिक्षा परिषद ने दूसरे चरण में शिक्षा मित्रों के समायोजन का कार्यक्रम शासन को भेज दिया है। इसके मुताबिक 15 अप्रैल से समायोजन की प्रक्रिया शुरू करने, 27 अप्रैल से 15 मई तक प्रमाण पत्रों का मिलान, 20 जून तक पात्रों की सूची का अनुमोदन व 25 जून तक सहायक अध्यापक के पद पर जॉइन कराने का कार्यक्रम है। शिक्षा मित्र चाहते हैं कि अप्रैल में प्रक्रिया शुरू कर मई तक सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित कर दिया जाए।
समायोजन में सबसे बड़ी बाधा जिलों में खाली पदों को लेकर है। बेसिक शिक्षा परिषद को मिली सूचना के मुताबिक 11 जिले ऐसे हैं, जहां खाली पदों से अधिक शिक्षा मित्र हो रहे हैं। इसलिए महिला, निशक्त व टॉप मेरिट वाले शिक्षा मित्रों को उसी जिले में समायोजित करने का विचार है। इसके बाद बचे शिक्षा मित्रों को दूसरे जिले में विकल्प के आधार पर सहायक अध्यापक बनाया जाएगा। जैसे ही जिलों में पद खाली होंगे शिक्षा मित्रों को उनके मूल जिलों में भेजा जाएगा।
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